14 अक्टूबर 2022 | bमध्यप्रदेश से शुक्रवार को मानसून की विदाई हो गई। जिसके बाद अब प्रदेश के 52 में से 49 जिलों में बारिश के आसार नहीं हैं। बाकी बचे तीन जिलों में भी दो-तीन दिन में रिमझिम बाारिश के ही आसार हैं। दिवाली पर भी सिर्फ जबलपुर के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना है। 13 साल में मानसून की यह तीसरी सबसे लेट विदाई हैं। इससे पहले 2020 में 21 अक्टूबर और 2013 में 19 अक्टूबर को सबसे लेट मानसून की विदाई हुई थी।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि 14 अक्टूबर को मानसून मध्यप्रदेश से विदा हो गया है। अब यह सिर्फ जबलपुर के कुछ इलाकों में अभी एक्टिव है। यहां दो से तीन दिन में हल्की बारिश हो सकती है। इस सीजन में प्रदेश में अब तक 50 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। यह सामान्य औसत बारिश 39 इंच की तुलना में साढ़े 11 इंच ज्यादा है। अक्टूबर में ही करीब 4 इंच बारिश हुई। यह सामान्य 1 इंच से 280% ज्यादा है। अगले एक सप्ताह में मौसम में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे।
15 दिन उमस करेगी परेशान
वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि रात में हल्की गुलाबी ठंडक और दिन में सूरज की तपिश से गर्मी रहेगी। 18-19 अक्टूबर से एक सिस्टम बन रहा है। इससे दक्षिण के इलाके तरबतर रहेंगे, लेकिन मध्यप्रदेश में बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि नमी आने से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। इससे उमस परेशान करेगी। अगले 15 दिन तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा।
13 साल में एक बार सितंबर में विदा हुआ था मानसून
मध्यप्रदेश में साल 2010 से अब तक हमेशा अक्टूबर में ही मानसून की विदाई हुई है। सिर्फ बीते 13 साल में एक बार ही ऐसा हुआ, जब यह सितंबर में विदा हुआ। यह साल था 2011, जब 30 सितंबर को मानसून की विदाई हुई थी। मानसून की एंट्री 18 जून को हुई थी। इस दौरान करीब 45 इंच बारिश हुई थी। यह सामान्य से करीब 18% ज्यादा थी। उसके अलावा अब तक सितंबर में कभी मानसून की विदाई नहीं हुई।
यहां 40 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी
मध्यप्रदेश में इस सीजन में कई इलाकों में 40 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इनमें भोपाल (75 इंच), राजगढ़ (72 इंच ), गुना (66 इंच), रायसेन (68 इंच), छिंदवाड़ा (63 इंच), सीहोर (64 इंच), सिवनी (59 इंच), अगर मालवा (61 इंच), बालाघाट (62 इंच), हरदा (59 इंच), मंडला (59 इंच), देवास (57 इंच), सागर (55 इंच), नरसिंहपुर (51 इंच), शजापुर (51 इंच), जबलपुर (54 इंच), अशोक नगर (50 इंच), अनूपपुर (51 इंच), बुरहानपुर (50 इंच), नीमच (48 इंच), विदिशा (64 इंच), निवाड़ी (43 इंच), पन्ना (47 इंच), उमिरया (45 इंच), इंदौन (45 इंच), खंडवा (55 इंच), मंदसौर (44 इंच), दमोह (44 इंच), श्योंपुरकलां (45 इंच) से ज्यादा बारिश हुई।
मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक हुई बारिश
जिला | बारिश हुई | बारिश होनी थी | बारिश % में |
अनूपपुर | 50.55 | 40.55 | 125 |
बालाघाट | 62.36 | 50.00 | 125 |
छतरपुर | 41.73 | 38.98 | 107 |
छिंदवाड़ा | 63.39 | 40.63 | 156 |
दमोह | 44.49 | 43.70 | 102 |
डिंडोरी | 48.03 | 47.64 | 101 |
जबलपुर | 49.02 | 45.28 | 108 |
कटनी | 37.80 | 38.66 | 98 |
मंडला | 58.66 | 48.03 | 122 |
नरसिंहपुर | 53.94 | 41.73 | 129 |
निवाड़ी | 42.91 | 31.50 | 136 |
पन्ना | 46.85 | 43.70 | 107 |
रीवा | 32.48 | 43.70 | 74 |
सागर | 55.12 | 42.91 | 128 |
सतना | 34.65 | 38.39 | 90 |
सिवनी | 58.27 | 41.34 | 141 |
शहडोल | 42.13 | 40.16 | 105 |
सीधी | 37.01 | 42.32 | 87 |
सिंगरौली | 35.12 | 36.42 | 96 |
टीकमगढ़ | 33.86 | 35.59 | 95 |
उमरिया | 45.28 | 43.50 | 104 |
आगर मालवा | 60.75 | 35.75 | 170 |
अलीराजपुर | 27.95 | 35.04 | 80 |
अशोकनगर | 50.39 | 34.65 | 145 |
बड़वानी | 31.89 | 27.17 | 117 |
बैतूल | 65.35 | 42.91 | 152 |
भिंड | 35.04 | 24.80 | 141 |
भोपाल | 74.41 | 38.39 | 194 |
बुरहानपुर | 49.61 | 30.31 | 164 |
दतिया | 30.51 | 29.92 | 102 |
देवास | 56.69 | 36.42 | 156 |
धार | 32.48 | 32.87 | 99 |
गुना | 66.54 | 37.80 | 176 |
ग्वालियर | 31.73 | 29.37 | 108 |
हरदा | 58.66 | 43.31 | 135 |
इंदौर | 45.08 | 35.24 | 128 |
झाबुआ | 30.51 | 32.09 | 95 |
खंडवा | 43.90 | 32.09 | 137 |
खरगोन | 34.25 | 29.13 | 118 |
मंदसौर | 43.66 | 33.27 | 131 |
मुरैना | 32.28 | 25.98 | 124 |
नर्मदापुरम | 72.83 | 50.39 | 145 |
नीमच | 47.76 | 30.71 | 156 |
रायसेन | 68.11 | 43.66 | 156 |
राजगढ़ | 72.44 | 35.83 | 202 |
रतलाम | 49.21 | 38.19 | 129 |
सीहोर | 64.57 | 42.91 | 150 |
शाजापुर | 55.91 | 36.02 | 155 |
श्योपुरकलां | 45.47 | 26.77 | 170 |
शिवपुरी | 48.23 | 31.69 | 152 |
उज्जैन | 46.73 | 35.63 | 131 |
विदिशा | 64.17 | 40.94 | 157 |
सोर्स :- “दैनिक भास्कर”