11जून-2021 | सीतामढ़ी । सुहागिनों ने गुरुवार को पति की लंबी उम्र के लिए वट वृक्ष की पूजा की। वृक्ष में रक्षा सूत्र बांध आशीर्वाद मांगा। यह व्रत जिले भर में श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया। वट-सावित्री व्रत के मौके पर सुरसंड के कोरियाही गांव में जदयू महिला जिलाध्यक्ष लक्ष्मी झा के नेतृत्व में महिलाओं ने बरगद के पेड़ लगाए। उन्होंने कहा कि बरगद अन्य पेड़ों की तुलना में पांच गुना अधिक ऑक्सीजन देता है। रोजाना छह टन ऑक्सीजन का उर्त्सजन करने वाले धार्मिक महत्व के बरगद के पेड़ लगाने के लिए उन्होंने आम लोगों से अपील भी की। उन्होंने कहा कि बरगद का पेड़ जीवनचक्र की निरंतरता का प्रतीक है। हिदू धर्म में वट वृक्ष की बहुत महत्ता है। ब्रह्मा, विष्णु, महेश की त्रिमूर्ति की तरह ही वट,पीपल व नीम को माना जाता है, अतएव बरगद को शिव समान माना जाता है। कोरोना काल में जिस तरह से लोग ऑक्सीजन की कमी झेल रहे हैं, उनको परेशानी उठानी पड़ रही है इसको देखते हुए सभी लोगों को कम से कम एक-एक बरगद का पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। रुन्नीसैदपुर के गाढ़ा गांव की रेखा सिंह, पूजा सिंह, अर्चना सिंह ने वट-सावित्री पूजा के मौके पर बरगद के पेड़ लगाए। दैनिक जागरण आपसे अपील करता है कि बरगद को बचाने के लिए पर्यावरण प्रेमी और स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आएं। बरगद के पेड़ का धार्मिक महत्व
वृक्षों की पूजा हमारे देश की समृद्ध परंपरा और जीवनशैली का अंग रहा है. वैसे तो हर पेड़-पौधे को उपयोगी जानकर उसकी रक्षा करने की परंपरा है. लेकिन, वटवृक्ष या बरगद की पूजा का खास महत्व बताया गया है. जहां तक धार्मिक महत्व की बात इस वृक्ष की बड़ी महिमा बताई गई है. वटवृक्ष के मूल में ब्रह्मा, मध्य में विष्णु व अग्रभाग में शिव का वास माना गया है. यह पेड़ लंबे समय तक अक्षय रहता है। इसलिए इसे ‘अक्षयवट’ भी कहते हैं। अखंड सौभाग्य और आरोग्य के लिए भी वटवृक्ष की पूजा की जाती है। महिलाओं ने लिया बरगद के पेड़ लगाने का संकल्प
महारानी स्थान बाजार समिति की किरण झा, बराही की मुखिया गीता देवी, प्रतापनगर की नीलम सिंह ने कहा कि बरगद का पेड़ अपने आस-पास के वातावरण को शुद्ध रखता है। वट सावित्री पूजन के लिए मैंने गमले में बरगद का पौधा लगा रखा है। इस बार वट व्रत के दिन अपने घर के सामने पार्क में बरगद का एक पौधा जरूर लगाऊंगी। बरगद का धार्मिक महत्व भी है। हमें अपने आसपास शुद्ध वायु के लिए बरगद जैसे पेड़ लगाने चाहिए। इस बार वट सावित्री व्रत के दिन हम बरगद का पौधा लगाएंगे। वट सावित्री का व्रत मैं कई वर्ष से कर रही हूं। इस व्रत सावित्री व्रत पर हमने बरगद का एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है। बरगद का पेड़ मंदिर के पास और घर के अहाते में लगाना चाहिए। बरगद का पेड़ अपने आस-पास के वातावरण को शुद्ध रखता है। सभी महिलाओं ने बरगद के पेड़ लगाने का संकल्प लिया।
Source : “जागरण”