19-अक्टूबर-2021 | इजराइल में सत्ता बदलने के बाद भारत के साथ उसकी दोस्ती बरकरार रहने पर संदेह जताया जा रहा था। लेकिन सोमवार को यह स्पष्ट हो गया कि दोनों की दोस्ती बरकरार है। इजराइल ने एक तरफ भारत के कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट को अपने यहां मान्यता देने की हामी भरी, वहीं दूसरी तरफ दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर भी 2022 के मध्य में साइन करने पर सहमति जता दी है।
विदेश मंत्रियों की बैठक में हुआ फैसला
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को इजराइल के विदेश मंत्री यार लापिड के साथ बैठक की। बैठक में भारत और इजराइल ने एक-दूसरे के कोविड-19 सर्टिफिकेट को मान्यता देने पर सहमति जताई। FTA पर 2022 के मध्य में साइन करने से पहले आपसी शर्तें तय करने पर भी हामी भरी गई। इसके लिए चल रही बातचीत को दोनों देश नवंबर से दोबारा शुरू करेंगे। जयशंकर तीन दिन के दौरे पर रविवार को इजराइल पहुंचे हैं। उन्होंने इजराइली विदेश मंत्री को उनके देश के इंटरनेशनल सोलर एलायंस का हिस्सा बनने के लिए भी शुक्रिया कहा। यह एलायंस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर बनाया गया है, जिसका हेडक्वार्टर गुरुग्राम में है।
इजराइली उद्योगपतियों को दिया निवेश का न्योता
इससे पहले रविवार को जयशंकर ने इजराइल चेंबर्स ऑफ कामर्स के सदस्यों के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने इजराइल के उद्योगपतियों को भारत में निवेश का न्योता दिया था। जयशंकर ने ट्वीट के जरिये इस बैठक की जानकारी शेयर की थी। उन्होंने लिखा, इजराइली चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और वहां के इनोवेशन इकोसिस्टम के साथ बेहद उपयोगी बैठक हुई। उनकी भारत के साथ पार्टनरशिप करने की दिखाई दे रही उत्सुकता प्रशंसा करने लायक है। हमारे आपसी सहयोग के लिए बहुत सारी पोस्ट-कोविड प्राथमिकताएं हैं, जिनमें डिजिटल, स्वास्थ्य, एग्रीकल्चर और ग्रीन ग्रोथ शामिल है।
यह होगा सर्टिफिकेट को मान्यता देने का लाभ
- ऐसे देश की यात्रा करने पर नहीं होना पड़ता है क्वारंटीन
- आगमन पर कोविड-19 टेस्ट कराने की भी बाध्यता नहीं
- कोरोना से जुड़े खास नियम का नहीं करना होता पालन
- कोरोना के दौर में आपसी आवाजाही में होती है आसानी
- पढ़ाई-व्यापार के लिए यात्रा करने वालों की राह आसान
30 से ज्यादा देश दे चुके सर्टिफिकेट को मान्यता
इजराइल से पहले करीब 30 देश भारत के कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को आपसी सहमति के आधार पर मान्यता दे चुके हैं। हंगरी और सर्बिया इस लिस्ट में सबसे ताजा नाम थे, जिनकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में शेयर की थी।
Source;-“दैनिक भास्कर”