7 फरवरी 2022। बाखली में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रोपवे का निर्माण एक वर्ष में होगा। दो निजी कंपनियां द्रंग और सराज की तरफ से निर्माण कार्य करेंगी। पीपीपी आधार पर 90:10 के अनुपात की लागत का मामला केंद्र सरकार से उठाया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी जिले में नाबार्ड से वित्तपोषित हिमाचल के पहले रोपवे की आधारशिला रखी। पंडोह से माता बगलामुखी मंदिर तक बनने वाले 800 मीटर लंबे रोपवे का निर्माण यूरोप की एरियल ट्राम वे तकनीक और इंजीनियरिंग के सीईएन मानकों पर किया जाएगा। ट्राम एक प्रकार की एरियल लिफ्ट है जो तीन केबल के सहारे चलती है। दो स्थिर केबल एक छोर से दूसरे छोर तक होती हैं। जबकि तीसरी रस्सी इसे अधिक सुरक्षा और मजबूती प्रदान करती है। संचालन के दौरान इससे अलग नहीं किया जा सकता है। यदि एक केबल में गड़बड़ी हो जाए तो दूसरी उसे उच्चस्तरीय स्पोर्ट देती है।
बाखली में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रोपवे का निर्माण एक वर्ष में होगा। दो निजी कंपनियां द्रंग और सराज की तरफ से निर्माण कार्य करेंगी। पीपीपी आधार पर 90:10 के अनुपात की लागत का मामला केंद्र सरकार से उठाया है। मुख्यमंत्री ने तवारफी में सीसीटीवी निगरानी में लाए गए राज्य के पहले माध्यमिक विद्यालय परिसर का दौरा कर पौधरोपण किया। उधर, कार्यक्रम में सदर विधायक अनिल शर्मा नदारद रहे। इनकी गैरमौजूदगी की चर्चा खूब रही।
केंद्र को वित्तपोषण के लिए चार रोपवे भेजे
राज्य सरकार ने केंद्र को वित्तपोषण के लिए चार रोपवे भी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड को भेजे हैं। इनमें भरमौर से भरमाणी माता मंदिर तक 120 करोड़ से बनने वाला रोपवे, 605 करोड़ से बनने वाला पालमपुर-थातरी-चैगान, 200 करोड़ रुपये से बनने वाला बिजली महादेव और सिरमौर के शिरगुल महादेव मंदिर से चूड़धार तक रोपवे शामिल हैं।
Source;-“अमर उजाला”