• May 1, 2024 12:48 am

हिमाचल- बर्फबारी से दुर्गम भागों में दुश्वारियां बरकरार, 200 से ज्यादा सड़कें अभी भी ठप

8 फरवरी 2022। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे तक प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे व एक स्टेट हाईवे समेत 247 सड़कें ठप थीं। हालांकि बिजली व पेयजल आपूर्ति अधिकतर प्रभावित भागों में बहाल कर दी गई है। सबसे ज्यादा सड़कें लाहौल-स्पीति व शिमला जिले में प्रभावित हैं। 

हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के तीन दिन बाद भी दुर्गम व जनजातीय भागों में दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे तक प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे व एक स्टेट हाईवे समेत 247 सड़कें ठप थीं। हालांकि बिजली व पेयजल आपूर्ति अधिकतर प्रभावित भागों में बहाल कर दी गई है। सबसे ज्यादा सड़कें लाहौल-स्पीति व शिमला जिले में प्रभावित हैं। आज शाम तक काफी संख्या में बंद सड़कें बहाल होने की उम्मीद है। सड़कें बहाल करने के लिए सरकार ने लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की हैं।

विभाग ने 700 मशीनें जेसीबी, डोजर आदि सड़क बहाल करने के लिए लगाई हैं, वहीं 18 हजार कर्मचारियों को फील्ड में लगाया है। वहीं, सासे ने कुल्लू और लाहौल-स्पीति में हिमखंड की चेतावनी जारी की है। राजधानी  शिमला में आज सुबह से मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से सुबह जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में फरवरी को कुछ भागों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। मैदानी भागों के लिए अंधड़ का अलर्ट जारी किया है। 

बंजार-थाटीबीड़-जौरी सड़क पर भूस्खलन
वहीं, मंगलवार सुबह कुल्लू जिले की बंजार-थाटीबीड़-जौरी सड़क पर पहाड़ी से भूस्खलन हुआ है। जिससे मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। हालांकि इसमें कोई वाहन चपेट में नहीं आया है, लेकिन पलदी घाटी से बंजार जाने वाले लोगों को पैदल पांच किलोमीटर तक फागूपुल मुख्य मार्ग तक पहुंचना पड़ा। इससे नौकरीपेशा व आम लोगों के साथ स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी परेशान हुए।

पांच दिन से सोलंगनाला नहीं जा सके सैलानी 
 अटल टनल रोहतांग सैलानियों के लिए एक माह से भी अधिक समय से बंद है।  वहीं, प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोलंगनाला भी छठे दिन भी बंद है। हालांकि, तीन दिन से फोर बाई फोर वाहन सोलंगनाला होकर लाहौल जा रहे हैं, लेकिन पलचान से आगे सड़क पर बर्फ होने तथा सोलंगनाला में बर्फबारी के कारण पार्किंग न होने से टैक्सियां और पर्यटकों के वाहन नहीं जा रहे हैं। कुल्लू-मनाली पहुंच रहे सैलानियों के लिए बाहंग के पास नेहरूकुंड ही स्नो प्वाइंट बन गया है। यहां पर्यटक बर्फ के बीच खूब मस्ती कर रहे हैं। बर्फबारी से लकदक सोलंगनाला में गिने-चुने सैलानी ही फोर बाई फोर वाहनों में पहुंच रहे हैं। नेहरूकुंड के साथ रांगड़ी में देवी हिडिंबा के देवालय में भी खूब रौनक है।

मौसम ठीक रहने पर दो दिन में आम वाहनों में सैलानी सोलंगनाला पहुंच सकेंगे। ताजा बर्फबारी के बाद मनाली में सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ है। होटलों की ऑक्यूपेंसी भी 30 फीसदी तक पहुंच गई है। पर्यटन कारोबारी भी बर्फ की चांदी से चमकी मनाली की वादियों को देखकर गदगद हैं। होटलियर गौतम ठाकुर, गजेंद्र ठाकुर तथा सोहन लाल ने कहा कि विंटर सीजन में बर्फबारी से ही पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। रोहतांग, मढ़ी, गुलाबा और कोठी में हुई भारी बर्फबारी का असर समर सीजन पर पड़ेगा। गर्मियों के दिनों में मनाली आने वाले सैलानी लंबे समय तक बर्फ देख सकेंगे। 

प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान
केलांग में न्यूनतम तापमान -10.4 , कल्पा -3.6, कुफरी 1.4, मनाली -1.8, डलहौजी 2.8, शिमला 4.0, सुंदरनगर 2.5, भुंतर 2.0, धर्मशाला 5.2, ऊना 7.0, नाहन 9.7, पामलपुर 5.5, सोलन 2.2, कांगड़ा 5.4, मंडी 3.9, बिलासपुर 6.0, हमीरपुर 6.7, चंबा 4.5, जुब्बड़हट्टी 6.8 और पांवटा साहिब में 7.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

Source;-“अमर उजाला”

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