5 जुलाई 2022|मुख्यमंत्री भूपेश बघ्ोल ने कहा कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में राज्य सरकार ने विकास के कार्य को अंजाम दिया है। उपचुनाव हमने मरवाही की जनता से जो वायदा किया था उसे पूरा करके दिखाया है। विकास दिख रहा है। वनवासियों और दूरस्थ इलाकों में रहने वाले आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने राज्य सरकार कृत संकल्पित है। वनोपज संग्राहकों को राज्य सरकार प्रोत्साहित करेगी। हमाने पुख्ता व्यवस्था कर दी है। वनोपज संग्राहक जंगलों से इकठ्ठा किए वनोपज को सीधे बेच सकेंगे। दलाली प्रथा को हमने समाप्त कर दी है। संग्राहक और सरकार के बीच की दलाल नाम की कड़ी को हमने समाप्त कर दिया है। इससे संग्राहकों के बैंक खाते में सीधे पैसा जमा होगा। उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में हम ईमानदार कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री बघेल गौरेला में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की राजनीतिक और सामाजिक इतिहास रहा है। इस क्षेत्र का अपना ऐतिहासिक महत्व है। यही कारण है कि बिलासपुर संभाग में दौर की शुस्र्आत गौरेला पंेड्रा मरवाही जिले से हो रही है। यह संभाग का पहला जिला है जहां से दौरा प्रारंभ किया है। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अखबारों में जिले में पर्यटन क्षेत्र को लेकर प्रमुखता के साथ खबरों का प्रकाशन होते रहता है। मैं भी बड़ी स्र्चि के साथ पढ़ता हूं।
पढ़ते-पढ़ते योजनरा भी बनाते रहता हूं। जिले में पर्यटन केंद्रों का तेज गति से विकास किया जाएगा। पर्यटन केंद्रों के विकास के साथ ही स्थानीय निवासियों को भी इसमें बराबर का भागीदार बनाएंगे। पर्यटन केंद्र विकसित होने से स्थानीय युवाओं और निवासियों को रोजगार भी मिलेगा। इस दिशा में राज्य सरकार ने गंभीरता के साथ काम करना प्रारंभ कर दिया है।
सीएम बघेल ने जोर देते हुए कहा कि इस जिले में हमारा पूरा फोकस दो बातों को लेकर है। वनोपज संग्राहकों को हर हाल में प्रोत्साहित करना और नरवा संरचनाओं का तेज गति से विकास करना। नरवा को पुनर्जीवित करने से जल स्रोत का विकास होगा और भूमिगत जल स्रोत को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर रहेगा पूरा जोर
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर अपनी बीमार पत्नी की इलाज के लिए उनको गौरेला लेकर आए थे। लंबा समय भी उन्होंने बिताया है। यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।जिला चिकित्सालय सिर्फ रेफरल सेंटर बनकर ना रह जाए। जिला अस्पताल को सुविधाओं से लैस किया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। दूरस्थ वनांचलों के बच्चें स्कूल जाए इसके लिए अभियान चलाने और बच्चों को अध्ययन अध्यापन के प्रति जोड़ने कहा गया है।
Source;-“नईदुनिया”