• April 27, 2024 5:36 pm

मालदीप पर मंडरा रहा है समंदर में डूब जाने का खतरा, जानिए क्यों है लोग परेशान

ByADMIN

Jan 9, 2024 ##prompt times

 मालदीव 09 जनवरी 2024

मालदीव को अपनी टूरिज्म इंडस्ट्री पर बहुत गुमान है. लेकिन यही पर्यटन क्षेत्र मालदीव की दुखती रग भी है. मालदीव के कुल रोजगार का करीब 70 फीसदी हिस्सा पर्यटन ही के क्षेत्र में शामिल है. पर्यटन के लिए मालदीव जाने वाले लोग इसके समंदर और टापूओं की खूबसूरती देखने जाते हैं. लेकिन यही सुंदरता उसके गले की फांस बनता नजर आ रहा है. इसकी दो प्रमुख वजहें है. पहला तो बढ़ता समुद्र का स्तर और दूसरा पीने वाले पानी की बढ़ती समस्या.

मालदीव के लोगों को किया जाएगा शिफ्ट? : यहां तक की मालदीव में समय-समय पर यह मांग भी उठती रही है कि क्या एक बड़ी आबादी को उसके निवास स्थान से कहीं और शिप्ट किया जाए या वहीं रहने दिया जाए. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू हालांकि लोगों को कहीं और शिफ्ट करने की योजना को खारिज कर चुके हैं. वहीं सरकार की चाह है कि भूमि सुधार हो और ऊंचे टापूओं का निर्माण किया जाए जिससे समंदर की लहरों को काबू में किया जाए.

 

मालदीव पर जलवायु संकट :मालदीव सरकार की राय और प्लानिंग से लेकिन पर्यावरण के जानकार इत्तेफाक नहीं रखते. उनका मानना है कि जिस गति से मालदीव विकास से जुड़ी योजनाएं और नई-नई नीतियां लागू कर रहा है, यह भयंकर बाढ़ की स्थिति में तब्दील हो सकता है. इसकी वजह है कि मालदीव पर जलवायु संकट का खतरा मंडरा रहा है. मुइज्जू से पहले देश के राष्ट्रपति रहे मोहम्मद नशीद भी अपने नागरिकों को इस बारे में चेताते रहे हैं. उन्होंने तो कहीं पुनर्वास की योजना पर भी काम करने की बात कही थी.

मालदीव पर जलवायु परिवर्तन का खतरा : एक ओर पीने वाले पानी का संकट और दूसरी तरफ समंदर के बढ़ते जल स्तर की वजह से बाढ़ का खतरा कभी भी मालदीव को ले डूब सकता है. इसलिए कहा जा रहा है कि मालदीव की खूबसूरती जिस समंदर पर है, वही कभी भी पलक झपकते उसको लील सकता है. मुइज्जू सरकार भी इन संकटों पर बहुत अधिक ध्यान नहीं दे रही है. ये जानते हुए भी कि मालदीव का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा सी लेवल से एक मीटर से भी कम ऊंचाई पर स्थित है, यानी मालदीव पर जलवायु परिवर्तन का बहुत बड़ा खतरा है.

सोर्स : TV9 भारतवर्ष

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