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सरकार बदलते ही पेपर लीक माफियाओं पर एक्शन, 12 दिन में 15 गिरफ्तारियां, गहलोत राज में क्या रही थी पुलिस

ByADMIN

Jan 14, 2024 ##prompttimes

14जनवरी 2024

जयपुर: विधानसभा चुनाव के दौरान पेपर लीक का मुद्दा सबसे बड़े मुद्दों में शामिल रहा। उन दिनों कांग्रेस दावा करती रही कि उनकी सरकार ने पेपर लीक के कई माफियाओं को जेल तक पहुंचाया है। उधर, बीजेपी आरोप लगाती रही कि पेपर लीक के आरोपियों को गहलोत की पुलिस जानबूझकर नहीं पकड़ रही। गिरोह के सरगनाओं और बड़े माफियाओं पर हाथ नहीं डालने के भी आरोप लगे। बीजेपी के आरोप इन दिनों सही साबित हो रहे हैं। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद पेपर लीक मामले के आरोपियों पर एक्शन हो रहा है। महज 12 दिन में एसओजी ने पेपर लीक के अलग अलग मामलों में 15 आरोपी गिरफ्तार किये हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कार्यकाल के अंतिम 8 महीनों में राजस्थान पुलिस क्या कर रही थी। आरोपियों की गिरफ्तार नहीं करने की वजह ऊपर से कोई दबाव तो नहीं था।

एसओजी का मुखिया बदलते ही एक्शन शुरू

प्रदेश में सरकार बदलते ही पेपर लीक मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। इस एसआईटी का मुखिया आईपीएस वीके सिंह को बनाया गया। एसओजी और एटीएस के एजीडी को बदल दिया गया। अशोक राठौड़ की जगह वीके सिंह को एसओजी-एटीएस का एडीजी बनाया। वीके सिंह ने पेपर लीक मामलों की बंद पड़ी फाइलें मंगवाई और फरार आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश रहे। इसके बाद एसओजी ने सिर्फ 12 दिन में अलग अलग भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वाले 15 आरोपी गिरफ्तार किए। इनमें एक आरएएस अधिकारी (अलाइड), दो स्कूल व्याख्याता सहित सरकारी कर्मचारी और अन्य आरोपी शामिल हैं।

 

आने वाले दिनों में होंगी बड़ी गिरफ्तारियां – वीके सिंह

एसओजी के एडीजी वीके सिंह का कहना है कि पेपर लीक प्रकरणों से जुड़े आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। जेल में बंद माफियाओं से फिर से पूछताछ की जाएगी। वीके सिंह ने कहा कि पेपर लीक प्रकरणों से जुड़े किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा। आरोपियों को संरक्षण देने वालों को गिरफ्तार करके सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। सिंह ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में बड़ी गिरफ्तारियां भी होंगी ।

एसओजी द्वारा की गई बड़ी गिरफ्तारियां

आरएएस 2013 पेपर लीक मामले में एसओजी ने एक आरएएस अफसर (अलाइड) को भी गिरफ्तार किया। सवाई माधोपुर में पदस्थ राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद के परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह को गिरफ्तार करके जेल भेजा। आरोपी अजीत ने आरएएस भर्ती 2013 के पेपर लीक माफिया अमृतलाल मीणा से पेपर लेकर पढा था। बाद में परीक्षा निरस्त कर दी गई और दोबारा में परीक्षा होने पर अजीत का चयन हो गया था। इसी प्रकरण से जुड़े एक जूनियर इंजीनियर और एक ज्वैलर को भी गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा सरकार स्कूल के दो व्याख्याताओं को भी डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने के प्रकरण में गिरफ्तार किया गया। पेपर लीक के एक अन्य मामले में सरकारी अस्पताल का एक फिजियोथैरेपिस्ट और बिजली विभाग के कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

सोर्स :- “नवभारतटाइम्स”

 

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