भारत (India) और जापान (Japan) ने स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर्स (SSW) के मुद्दे पर एक मेमोरेंडम ऑफ कोऑपरेशन (MoC) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे जापान में रह रहे भारतीयों को काफी फायदा होगा. इस समझौते से कुल 14 श्रेणियों के कामगारों को जापान में काम मिलने का रास्ता साफ हो गया है.
क्या काम करता है SSW
एसएसडब्ल्यू 2019 में जापान में बनाया गया एक सिस्टम है जिसके तहत कुशल विदेशी नागरिक जापान में नौकरी कर सकते हैं और रह भी सकते हैं. ताजा मेमोरेंडम ऑफ कोऑपरेशन के बाद जापान में रह रहे 14 श्रेणी (Categories ) के कामगारों को रोजगार के मौके मिलेंगे, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरेगा. MOC पर भारत के विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला (Harsh Shringla) और भारत में जापान के राजदूत भारत सुजुकी सातोशी (Suzuki Satoshi) ने हस्ताक्षर किए. इस संधि पर हस्ताक्षर के साथ जापान में भारतीयों नागरिकों के लिए रोजगार के और मौके मिलेंगे.
- कौन-कौन सी 14 श्रेणी में मिल सकेगा काम
जिन 14 श्रेणी के मेमोरेंडम ऑफ कोऑपरेशन पर साइन किए गए हैं, उनमें बिल्डिंग सफाई (Building Cleaning), मशीन निर्माण, निर्माण कार्य (construction), ऑटोमोबाइल मेंटिनेंस (Automobile Maintenance) एविएशन (Aviation), कृषि (Agriculture), मछली पालन और खाद्य सामग्री से जुड़े काम शामिल हैं.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है
ऐसा ही एक समझौता 5 साल पहले 2016 में भी हुआ था जिसके तहत 10 साल में करीब 30 हजार लोगों को जापान में मेन्यूफेक्चरिंग स्किल ट्रांसफर प्रमोशन प्रोग्राम (Manufacturing Skill Transfer Promotion Programme) सिखाने पर सहमति बनी थी. 2017 में Technical Intern Training Programme पर दोनों देशों ने समझौता किया और अब तक इस समझौते के तहत 200 भारतीयों को जापान में काम सीखने के बाद रोजगार मिल चुका है.
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