15 दिसंबर 2022 | महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने के लिए केन्द्र सरकार ने अपनी ओर से पहल की है। बुधवार को दिल्ली में संसद भवन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में दोनों राज्यों की अहम बैठक हुई। इस बैठक में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस मौजूद रहे। बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था। इसके समाधान के लिए मैंने महाराष्ट्र CM और उपमुख्यमंत्री और कर्नाटक CM, गृह मंत्री और वरिष्ठ साथियों को यहां बुलाया था। दोनों पक्षों के साथ बहुत अच्छे माहौल में बात हुई।
गृहमंत्री ने दोनों राज्यों से आग्रह किया कि राजनीतिक विरोध जो भी हो, लेकिन इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। दोनों राज्यों में कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव ठाकरे का ग्रुप इस बात में सहयोग करेंगे कि इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाए। इस मामले को लेकर एक कमेटी बनाई गई है, जो इस दौरान छोटे-मोटे विवादों को बातचीत से हल करेगी। साथ ही तय हुआ कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने तक कोई भी राज्य एक-दूसरे के क्षेत्र पर दावा नहीं करेगा।
दोनों राज्यों में बनी सहमति
बैठक के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री इस बातचीत से संतुष्ट नजर आए। महाराष्ट्र CM एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहली बार केंद्र सरकार ने इसमें हस्तक्षेप किया है। सरकार ने इसकी गंभीरता को समझ लिया है। ये एक बड़ी पहल है और इससे दोनों राज्यों की जनता को तकलीफ नहीं होगी, शांति और अमन बना रहेगा। जब तक मामला सुप्रीम कोर्ट में है, तब तक कोई भी राज्य कोई कदम नहीं उठाएगा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी बातचीत को सकारात्मक बताते हुए कहा कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के लोगों के बीच बहुत ही सौहार्दपूर्ण संबंध है, दोनों पक्षों की शांति को भंग करने के लिए कुछ भी नहीं किया जाना चाहिए। दोनों राज्यों से मंत्रियों की एक कमेटी बनाई गई है, जो छोटे-छोटे मुद्दों को सुलझाने का काम करेगी।
सोर्स :-“नईदुनिया”