• April 27, 2024 3:11 am

जिले में कम होने लगे कोरोना मरीज-आईजीएमसी में अब कोरोना वार्ड में एडमिट हैं 11 मरीज, अक्टूबर के पहले सप्ताह तक थे 42

18 अक्टूबर 2021 | त्याेहारी सीजन में भी लाेगाें के लिए काेराेना से राहत है। अब काेराेना के मरीजाें का आंकड़ा जिला में कम हाेने लगा है, यही कारण है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएसमी के काेराेना वार्ड में मात्र 11 मरीज ही काेराेना के एडमिट है। जबकि सितंबर माह में इनकी संख्या में लगातार इजाफा हाे रहा था। अक्टूबर के पहले सप्ताह तक इनकी संख्या 42 पहुंच गई थी।

अस्पताल प्रशासन ने यहां पर बेड की संख्या बढ़ाना भी शुरू कर दिया था। 10 बेड यहां पर नए लगाए गए थे। मगर अब दाेबारा से मरीजाें की संख्या में कमी आने लगी है। जहां राेजाना अब काेराेना के 5 से 10 मरीज ही आ रहे हैं, वहीं आईजीएमसी में भी बेड खाली हाेने लगे हैं। इसके अलावा बीते करीब दाे सप्ताह से एक भी मरीज की जान काेराेना से नहीं गई है। जबकि काेराेना के पीक में राेजाना 5 से 6 मरीजाें की माैत काेराेना से हाेती थी।

संक्रमण बढ़ा था ताे बढ़ाने पड़े थे बेड
कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल मई माह में लगातार मरीज आ रहे थे। यही कारण था कि आईजीएमसी में पहली लहर के दौरान 198 बेड लगाए गए थे, जबकि उससे कम मरीज ही आए। मगर दूसरी लहर में यहां पर 334 बेड तैयार किए गए थे, बावजूद इसके यह सभी बेड पूरी तरह से भर गए थे ताे छाेटा शिमला आयुर्वेदिक अस्पताल समेत कई निजी अस्पतालाें में भी बेड लगाने पड़े थे। मगर अब आईजीएमसी में मात्र 50 बेड की लगाए गए हैं, वह भी लगातार खाली हाे रहे हैं। उसमें मरीजाें की संख्या लगातार कम हाे रही है।

एक्टिव केस भी मात्र 94
काेराेना मरीजाें की संख्या कम हाेने के साथ-साथ अब आईजीएमसी में एक्टिव केस भी कम हाेने लगे हैं। अब जिला शिमला में एक्टिव मरीजाें की संख्या मात्र 94 रह गई है, जबकि 11 मरीज ही एडमिट है। मात्र 10 फीसदी मरीज ही अस्पताल में एडमिट है, जबकि 90 फीसदी मरीज हाेम आइसाेलेशन में है। हालांकि अब अस्पताल में उन्हीं मरीजाें काे रखा जा रहा है, जाे किसी गंभीर बीमारी से भी जूझ रहे हैं और उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत रहती है। अन्य मरीजाें काे घर हाेम आइसाेलेशन में ही रखा जाता है।

रविवार को काेराेना के छह नए मरीज
जिला में काेराेना के छह नए मरीज आए। इसमें कसुम्पटी, टुटू, मशाेबरा, खनेरी, काेटखाई और ननखड़ी से एक-एक मरीज आया है। जबकि तीन लाेगाें की रिपाेर्ट पेंडिंग रही। रविवार काे कुल 276 लाेगाें के सैंपल लिए गए थे, जिसमें छह की रिपाेर्ट पाॅजिटिव रही। सीएमओ शिमला डाॅ. सुरेखा चाेपड़ा ने इसकी पुष्टि की है।

नवंबर में आ सकती है तीसरी लहर
अगर लाेगाें ने त्याेहारी सीजन में काेराेना निमयाें का पालन नहीं किया ताे नवंबर माह में काेराेना की तीसरी लहर आ सकती है। यह बच्चाें काे सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी। अभी प्रदेश में उप चुनाव का दाैर भी है, जिसमें राेजाना हजाराें की संख्या में भीड़ इकट्ठी हाे रही है। काेराेना निमयाें की सरेआम उल्लंघना हाे रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि काेराेना की तीसरी लहर नवंबर में आ सकती है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसे राेकने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। लाेगाें काे लगातार जागरूक किया जा रहा है।

आईजीएमसी के काेराेना वार्ड में अब मात्र 11 मरीज एडमिट है। जबकि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक यहां पर करीब 42 मरीज पहुंच गए थे। यहां पर बेड की संख्या भी बढ़ा दी गई थी। मगर अब राहत है काेराेना के मरीजाें में कमी आ रही है। लाेगाें से अपील है कि वह काेराेना नियमाें का पालन करें ताकि काेराेना काे खत्म किया जा सके।

Source ;-दैनिक भास्कर

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