08 अप्रैल 2023 | राज्य के सरकारी स्कूलों को नए शिक्षा सत्र से च्सेंटर फॉर एक्सीलेंसज् के रूप में विकसित किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसके लिए रूपरेखा तैयार की है। सीनियर सेकंडरी स्तर के स्कूलों को सेंटर फॉर एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने की जिम्मेदारी शिक्षा अधिकारियों की होगी।
चयनित स्कूलों को विकसित करने के लिए संभाग, जिला और ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों को तीन-तीन गवर्नमेंट स्कूलों को गोद लेना होगा। आगामी सत्र 2023-24 से इन इनका विकास किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने इस संबंध में समस्त शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। संबंधित अधिकारियों को स्कूलों का चयन कर 10 अप्रैल तक सूची निदेशालय भेजनी होगी। स्कूल चयन में इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि कोई भी विद्यालय एक से अधिक अधिकारिंयों द्वारा चयन नहीं किया जाए। इन स्कूलों के चयन व संचालन के लिए समस्त सीडीईओ नोडल अधिकारी रहेंगे। संयुक्त निदेशक (जेडी), सीडीईओ, डीईओ, सीबीईओ व डाइट प्राचार्य आदि को तीन-तीन स्कूल चयनित करने होंगे। चयनित स्कूल पहली से 12वीं तक का होगा, जिसका बोर्ड परीक्षा परिणाम निर्धारित मापदंडों से कम हो तथा भौतिक विकास की संभावनाएं हो, ऐसे स्कूलों का चयन प्राथमिकता से किया जाएगा। गोद लेने वाले स्कूलों का निरीक्षण संबंधित अधिकारी को महीने में दो बार करना होगा।
सोर्स :- ” पत्रिका”