• May 2, 2024 6:34 pm

कमस्यार घाटी में मत्स्य पालन बनेगा रोजगार का जरिया

By

Dec 16, 2020
कमस्यार घाटी में मत्स्य पालन बनेगा रोजगार का जरिया

कांडा : जिला मत्स्य अधिकारी मनोज मियान ने कमस्यार घाटी का निरीक्षण किया। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि क्षेत्र में मत्स्य पालन की संभावनाएं हैं और युवा स्वरोजगार का जरिया बना सकते हैं। उन्होंने विभाग की योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की।

मत्स्य अधिकारी मियान ने मंगलवार को धपोलासेरा गांव के दानूथल में योगेश धपोला के मछली तालाब का निरीक्षण किया, जिसके बाद वह पसट्यारी तोक के जोगा राम का तालाब देखने गए। उन्होंने रावतसेरा गांव में सुरेश सिंह रावत, गिरधारी सिंह रावत और बगराटी में लाल सिंह डसीला के तालाब का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने किसानों को मछली पालन के गुर भी बताए। ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी। कहा कि मछली पालन के लिए विभाग से 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। मनरेगा के तहत ग्रामीण तालाब का निर्माण करा सकते हैं। बताया कि मछली पालकों को विभाग से निशुल्क बीज प्रदान किया जाता है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में सिल्वर कार्प और कामन कार्प मछली का पालन होता है। अब पंगास मछली के बीज भी विभाग उपलब्ध कराने लगा है। इस दौरान उन्होंने मत्स्य पालन कर रहे ग्रामीणों की सराहना की। कहा कि कमस्यारघाटी के गांवों में मछली पालन की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने अधिकाधिक लोगों से मछली पालन को रोजगार का साधन बनाकर आíथक स्तर में सुधार लाने को कहा। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार कर ग्रामीण अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो दूसरे के वहां रोजगार करता था आज अपना रोजगार कर दूसरों को रोजगार दे सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *