18जनवरी 2024
रेल, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि विनिर्माण क्षेत्र के वृद्धि की अगली लहर के लिए तैयार होने के साथ भरोसा और लचीलापन दो प्रमुख कारक होंगे. वैष्णव ने यहां विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में विनिर्माण के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर आयोजित एक सत्र में यह बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार और निजी क्षेत्र को प्रतिभा के मोर्चे पर करीबी सहयोग करने और सही कौशल समूह बनाने के सक्रिय तरीके पर विचार करने की जरूरत होगी.
इस परिचर्चा में वैश्विक विनिर्माण कंपनियों के शीर्ष अधिकारी भी शामिल थे. उन्होंने मांग-नियोजन और पूर्वानुमान के लिए नैनोमशीन एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों पर भी चर्चा की.
विश्वास और फ्लेक्सिबिलिटी मुख्य कारक
वैष्णव ने व्यवसाय और उद्योग को बदलने, अर्थव्यवस्थाओं और समाज को प्रभावित करने वाली व्यापक विनिर्माण परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कई असंभव नजर आने वाले लक्ष्य हैं लेकिन इसके लिए विश्वास और लचीलापन प्रमुख कारक होंगे.उन्होंने कहा कि तमाम प्रौद्योगिकी प्रगति हो रही है और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी बहुत काम चल रहा है.
वैष्णव ने कहा, ‘इसी के साथ विश्वास का मूल्य भी बेहद अहम है. यदि आप यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आप संविदात्मक प्रतिबद्धताओं को पूरा कर रहे हैं, तो यह भी विश्वास है. स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग सुनिश्चित किया जाना भी विश्वास है. लचीलापन भी एक महत्वपूर्ण कारक है.’
उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्वच्छ ऊर्जा पर बहुत अधिक ध्यान दे रही है. सरकार के नजरिये से यह महत्वपूर्ण होगा कि विनिर्माण में स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल हो. इसके अलावा बहुत तेजी से बदल रहीं प्रौद्योगिकी के दौर में सरकार को नवाचार पर जोर देना होगा.
स्रोत:- ” TV9 भारतवर्ष ”