• April 28, 2024 9:55 am

अब सैनिक बनने की राह होगी आसान, आर्म्ड फोर्सेज स्कूल में सेना भर्ती की तैयारी कर सकेंगे छात्र

1 फरवरी 2022 | सेना में करियर बनाने के इच्छुक बच्चों के लिए दिल्ली में आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरटरी स्कूल स्थापित करने को लेकर कवायद तेज हो गई है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में स्कूल को लॉन्च किया जा सकता है। नौवीं से लेकर 12वीं कक्षा के छात्र इस स्कूल में दाखिला लेकर सेना में भर्ती होने की तैयारी कर सकेंगे।

स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस के अधीन चलने वाला यह स्कूल दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (डीबीएसई) से मान्यता प्राप्त होगा। स्कूल में छात्रों का चयन साइकोमेट्रिक और एप्टीट्यूड टेस्ट के आधार पर होगा। छात्रों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। स्कूल को तीन अलग-अलग खंडों में बांटा जाएगा, जिसमें शैक्षणिक खंड, सेवा की तैयारी खंड और प्रशासनिक खंड होगा। छात्र स्कूल में नेशनल डिफेंस अकादमी और नेवल अकादमी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। छात्रों को स्कूल में शैक्षणिक, आउटडोर प्रशिक्षण देने के साथ उनमें अधिकारी जैसे गुण भी विकसित किए जाएंगे।

अब सैनिक बनने की राह होगी आसान, आर्म्ड फोर्सेज स्कूल में सेना भर्ती की तैयारी कर सकेंगे छात्र

पूर्व सैन्य अधिकारी के पास होगी जिम्मेदारी: आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरटरी स्कूल के परियोजना प्रमुख पूर्व सैन्य अधिकारी होंगे। इसके अलावा कई दूसरे पदों पर सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी के अलावा विषय विशेषज्ञ, सेना ड्रिल प्रशिक्षक, शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक की तैनाती की जाएगी।

आवासीय सुविधा मिलेगी

परियोजना प्रबंधन इकाई मौजूदा दिल्ली के सरकारी स्कूल पर आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरटरी स्कूल (एएफपीएस) की योजना तैयार करेगी। लड़कों और लड़कियों के लिए पूरी तरह से आवासीय स्कूल की स्थापना होगी। एएफपीएस के लिए एक समग्र परियोजना और कार्यान्वयन योजना की रणनीति है। शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 में लॉन्च की योजना को संरेखित और अंतिम रूप देना है। अगर विस्तार की जरूरत पड़ती है तो उसके रोडमैप का खाका बनेगा।

इच्छुक छात्रों को खोजा जाएगा

स्कूल का उद्देश्य देश की सुरक्षा में करियर बनाने के इच्छुक सभी छात्रों को सक्षम स्थान प्रदान करना है। स्कूल इच्छुक छात्रों को खोजेगा और उनका पोषण करेगा, उन्हें अपनी पूरी क्षमता का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेगा।

प्रबंधन इकाई का किया जा रहा गठन

आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरटरी स्कूल (एएफपीएस) संचालित करने को लेकर परियोजना प्रबंधन इकाई एजेंसी का चयन किया जाएगा, जिसको लेकर निविदा जारी कर दी गई है। चयनित इकाई तीन साल तक स्कूल की देखरेख करेगी।

Source;-“हिंदुस्तान”

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