18 नवंबर 2022 | छत्तीसगढ़ में भाजपा बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के चुनाव लड़ेगी। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव देश के सबसे बड़े चेहरे नरेन्द्र मोदी के नाम पर भाजपा लड़ेगी। विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री तय होगा। यह बात छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने 17 नवंबर को धमतरी में पत्रकारों के साथ चर्चा में कही।
डा रमन सिंह ने विधानसभा चुनाव में स्वयं के मुख्यमंत्री का चेहरा होने के प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। वे भानुप्रतापपुर विधानसभा के उपचुनाव में प्रचार के लिए जाते समय कुछ समय के लिए धमतरी के सर्किट हाउस में रूके थे। डा रमन ने कहा कि भानुप्रतापपुर उपचुनाव का नतीजा सरकार बदलने के लिए नहीं है। बल्कि इस चुनाव से भूपेश बघेल सरकार का घमंड और भ्रम टूट जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में समर्थन मूल्य में खरीदी के बाद किसानों को बोनस के लिए दौड़ लगानी नहीं पड़ती थी। हमारी सरकार में धान की राशि और बोनस एकमुश्त दे दी जाती थी। अनुसूचित जनजाति, महिला, युवा सभी भूपेश बघेल सरकार की नीतियों के कारण अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोग आरक्षण को लेकर आंदोलित हैं। सरकार की गलत नीति से भ्रम फैला है।
इस दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा, पूनम चंद्राकर, धमतरी विधायक रंजना साहू, भाजपा के जिलाध्यक्ष शशि पवार, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष बिथिका विश्वास, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विजय मोटवानी, प्रकाश शर्मा, अरविंदर मुंडी, पार्वती वाधवानी, सरला जैन, सूरज शर्मा, दिलीप पटेल, प्राची सोनी, रेशमा शेख, श्यामा साहू, विजय साहू, नीलेश लुनिया आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
भाजपा में कोई दावेदारी नहीं करता
स्वयं के अगली बार भी मुख्यमंत्री के दावेदार होने के प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई दावेदारी नहीं करता और न ही चेहरा रहता है। चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में पांच मिनट के भीतर मुख्यमंत्री का चुनाव हो जाता है। मुख्यमंत्री बनने के लिए किसी को चिंता नहीं करनी चाहिए। अगर कोई कर रहा है तो वह गलत कर रहा है।
सोर्स :-“नईदुनिया”