14-अक्टूबर-2021 | आम आदमी को सितंबर 2021 के दौरान महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर थोड़ी राहत मिली है. हालांकि, इस दौरान ईंधन और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी (Fuel and Power Price Hike) के कारण थोड़ी दिक्कतें भी पेश आई हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2021 के दौरान देश में सालाना थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई दर (WPI) घटकर 10.66 फीसदी पर आ गई है. अगस्त 2021 में थोक महंगाई 11.39 फीसदी रही थी. आंकड़ों के मुताबिक, थोक महंगाई लगातार 6ठे महीने दोहरे अंक (Double Digit WPI) में बनी हुई है.
खाद्य वस्तुओं की कीमतें धीमी रफ्तार से बढ़ीं
सालाना आधार पर सितंबर 2021 में ईंधन और बिजली की कीमतों में 24.81 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ठीक एक महीने पहले यानी अगस्त 2021 में ये आंकड़ा 26.09 फीसदी पर था. वहीं, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की कीमतों (Manufactured Products Prices) में सितंबर के दौरान 11.41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो अगस्त 2021 में 11.39 फीसदी पर थी. हालांकि, खाने-पीने की चीजों के थोक मूल्यों (Food Prices) में पिछले साल के मुकाबले सितंबर 2021 के दौरान 1.14 फीसदी की धीमी रफ्तार से वृद्धि हुई है. अगस्त 2021 के दौरान देश में खाद्य वस्तुओं के थोक भाव में 3.43 फीसदी की तेज रफ्तार से बढ़ोतरी हुई थी.
खुदरा महंगाई से भी आम आदमी को राहत
आम आदमी को सितंबर 2021 में खुदरा महंगाई के मामले में भी थोड़ी राहत मिली है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2021 के दौरान खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) घटकर 4.35 फीसदी पर आ गई. इससे एक महीना पहले यानी अगस्त 2021 में खुदरा महंगाई दर 5.3 फीसदी पर थी. एनएसओ के मुताबिक, खाने-पीने की चीजों के दाम में कमी (Food Price Declines) के कारण खुदरा महंगाई दर में कमी दर्ज की गई है. कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स (CFPI) सितंबर 2021 में घटकर 0.68 फीसदी पर आ गया, जो अगस्त 2021 में 3.11 फीसदी पर था.
Source;-“न्यूज़ 18”