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मानसून के दौरान बरतें सावधानी, नदी-नालों के समीप न जाएं 

04 जून 2022 | मानसून के दौरान सभी जिलावासी सतर्कता बरतें, नदी-नालों में उफान के चलते इनके समीप न जाएं, प्रशासन और मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट को हल्के में न लें व भारी बारिश के अलर्ट के दौरान अनावश्यक यात्रा को स्थगित कर दें। यह बात डी.सी. आशुतोष गर्ग ने मानसून के लिए जिला प्रशासन की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने पर्यटकों से भी अपील करते हुए कहा कि पर्यटक भारी बारिश के अलर्ट में अपनी यात्रा स्थगित करें। अकेले ट्रैकिंग पर न जाएं। मानसून के दौरान यदि पर्यटक ट्रैकिंग पर जाते हैं तो इस कार्य के लिए पंजीकृत संस्था का ही सहयोग लें तथा उचित सूचना के साथ ही ट्रैकिंग पर निकलें। बैठक में उन्होंने मानसून को लेकर विभिन्न विभागों से फीडबैक लिया और सभी संबंधित विभागों को तैयारियां पूरी करने के लिए कहा। उन्होंने गृह रक्षा विभाग को लगातार निगरानी रखने के लिए 2 टीमें गठित करने के निर्देश दिए तथा पी.डब्ल्यू.डी. को ड्रेनेज को दुरुस्त करने को कहा। सभी नगर पंचायतों और नगर परिषदों को भी इस कार्य में कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बैठक में सेना और अद्र्धसैनिक बलों से अलर्ट के दौरान बेहतर संवाद स्थापित करने की अपील की, साथ ही अलर्ट के दौरान सभी ऐसे जवानों की सूची सौंपने के लिए कहा, जो रैस्क्यू आदि कार्य में दक्ष हैं।

एस.डी.एम. प्रतिदिन दें नुक्सान की रिपोर्ट
आशुतोष गर्ग ने सभी एस.डी.एम. को निर्देश जारी किए कि वे प्रतिदिन के नुक्सान की सूचना जिला प्रशासन को भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने नदियों के किनारे जहां पर्यटक ज्यादा संख्या में उतरते हैं, वहां होॄडग लगाने के दिशा-निर्देश भी जारी किए।

डी.सी. कुल्लू के फेसबुक पेज को करें लाइक व फॉलो
डी.सी. ने सभी जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि डी.सी. कुल्लू के फेसबुक पेज को लाइक और फॉलो करें। प्रशासन की ओर से अलर्ट सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां पेज पर तुरंत अपलोड की जाती हैं। उन्होंने कहा कि अलर्ट की पुख्ता जानकारी को लोग विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर करें, ताकि लोग जागरूक हो सकें लेकिन लोग अफवाहें न फैलाएं। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को खतरनाक पेड़ों को चिन्हित करने और उन्हें हटाने को लेकर आगामी कार्रवाई पर भी निर्देश दिए, साथ ही पी.डब्ल्यू.डी., जल शक्ति और बिजली विभाग सहित अन्य विभागों से आपदा की दृष्टि से खतरनाक स्थानों को चिन्हित करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान विभिन्न अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।

Source;-“पंजाब केसरी” 

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