• April 28, 2024 12:17 pm

पर्यटकों से गुलजार होने लगे पर्यटन स्थल लेकिन सुविधाओं की हो रही कमी, सुरक्षा इंतजाम भी नहीं

13 दिसंबर 2022 |  वर्ष 2022 के अंतिम महीने में जिले में पर्यटन स्थल गुलजार होने लगे हैं। लोग सप्ताहांत में खासकर शनिवार, रविवार की छुट्टियों में पिकनिक व सैर सपाटे पर निकल रहे हैं।

अन्य जिलों व दूसरे प्रांतों से आने वाले सैलानियों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। जिले(Bastar) में सबसे ज्यादा सैलानी बारसूर इलाके में पर्यटन नगरी बारसूर, सातधार, मुचनार के अलावा इंद्रावती नदी पार माड़ इलाके में स्थित हांदावाड़ा जलप्रपात(Bastar) पहुंच रहे हैं। आम दिनों में भी पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ दिख रही है। इसके अलावा बैलाडीला की पहाड़ियों में स्थित ढोलकल शिखर, झारालावा जलप्रपात, मलांगिर, कुआकोंडा के पालनार इलाके में स्थित फूलपाड़ जलप्रपात भी सैलानियों की पसंदीदा जगहों में शामिल हो चुके हैं। वहीं, दीगर राज्यों व राज्य के दूसरे जिलों से दंतेवाड़ा में शक्तिपीठ दंतेश्वरी मंदिर में आकर मत्था टेकने वालों की संख्या भी बढ़ने लगी है।

सुरक्षा इंतजामों की कमी
बाहर से आने वाले सैलानियों व स्थानीय लोगों की आमद बढ़ने के बावजूद पर्यटन स्थलों पर हादसों से बचने के लिए पर्याप्त एहतियाती इंतजाम नदारद हैं। कुआकोंडा ब्लॉक के फूलपाड़ जलप्रपात में स्टंट दिखाने की कोशिश में पहले भी आधा दर्जन से ज्यादा हादसे हो चुके हैं। यहां पर ऐसे दुस्साहस करने से लोगों को रोकने की ठोस पहल नहीं हुई। इस जगह पर फर्स्ट ऐड व अन्य सुविधाएं नदारद है।

पर्याप्त बचाव उपायों की कमी
इसी तरह इंद्रावती नदी(Bastar) पर सातधार पुल से लेकर मुचनार घाट तक सैलानियों के पिकनिक मनाते वक्त पानी में डूबने के कई हादसे हर साल हो रहे हैं। इसके बावजूद यहां पर बचाव दल की तैनाती नहीं है। सबसे ज्यादा हादसे मुचनार में हुए हैं, जहां लोग पिकनिक मनाने के दौरान नहाने उतरते हैं, और बचाने की कोशिश में साथियों की जान भी चली जाती है। इन जगहों पर पर्याप्त बचाव उपायों की कमी अखरती है।

सोर्स :- ” पत्रिका”                                 

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