मिशन चंद्रयान-2 के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. सिवन हीरो बनकर उभरे, हर देशवासी के जुबान पर के. सिवन का नाम आ गया है, जी हाँ! इसरो चीफ के. सिवन को अब दुनिया के सबसे बड़े अंतरिक्ष विज्ञान पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
इसरो प्रमुख और भारत के जाने-मानें वैज्ञानिक के. सिवन को इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स (IIA) की तरफ से “Von Karman Award” 2020 के लिये चुना गया।
जानकारी के अनुसार, “Von Karman Award” पुरे विश्व में अंतरिक्ष विज्ञान का सबसे बडा पुरस्कार हैं। इसरो चीफ के. सिवन इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले तीसरे भारतीय हैं। के. सिवन को यह पुरस्कार मार्च 2021 में पेरिस में प्रदान किया जाएगा। के. सिवन से पहले दो भारतीय वैज्ञानिक कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन और यू.आर. राव इस पुरस्कार को प्राप्त कर चुके हैं.
बता दें कि – मिशन चंद्रयान-2 95 फीसदी सफल रहा था, उसका श्रेय के. सिवन को ही जाता है, मालूम हो कि लैंडर विक्रम का चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया था, सितंबर 2019 में इस लैंडिंग को पूरा देश देख रहा था टीवी के जरिए।