• May 15, 2024 11:23 am

दिवाली पर पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र कर बढ़ाया जवानों का हौसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में जवानों के साथ दिवाली मनाई. इस मौके पर जवानों के संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2016 (सर्जिकल स्ट्राइक) भारतीय सेना की क्षमता और पेशेवर दक्षता को दिखाता है. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद यहां आतंकवाद फैलाने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन उनका मुंहतोड़ जवाब दिया गया. उन्होंने जवानों के साहस की सराहना करते हुए कहा कि उनकी क्षमताओं और ताकत ने देश में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की है.

नौशेरा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक में यहां की ब्रिगेड ने जो भूमिका निभाई, वो हर देशवासी को गौरव से भर देता है और वो दिन तो मैं हमेशा याद रखूंगा क्‍योंकि मैंने कुछ तय किया था कि सब लोग लौट कर के आ जाने चाहिए और मैं हर पल फोन की घंटी पर टिक-टिका कर के बैठा हुआ था कि आखिर से आखिर का मेरा जवान पहुंच गया क्‍या और कोई भी नुकसान किए बिना ये मेरे वीर जवान लौट कर के आ गए, पराक्रम करके आ गए, सिद्धि प्राप्‍त करके आ गए.”

भारत ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक सैन्य अड्डे पर आतंकवादी हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा (LoC) के पार 29 सितंबर, 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक किया था. सरकार के मुताबिक, भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर उसके आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था. इससे पहले 18 सितंबर 2016 को उरी में भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर आतंकवादी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे. इसे भारतीय सेना पर सबसे बड़े हमलों में से एक माना गया था.

जवानों का हौसला बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश स्वतंत्रता के 75 साल पूरा होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो सरकार ने भी नए लक्ष्य और नई चुनौतियों को पहचाना है. उन्होंने कहा, “देश के रक्षा खर्च के लिए जो बजट होता है, अब उसका करीब 65 फीसदी देश के भीतर ही खरीद पर खर्च हो रहा है. एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए अब भारत ने ये भी तय किया है कि 200 से ज्यादा साजो-सामान और उपकरण अब देश के भीतर ही खरीदे जाएंगे.”

प्रधानमंत्री बनने के बाद हर साल दिवाली में जवानों के साथ

पीएम मोदी ने कहा कि भारत को बदलती दुनिया और युद्ध के बदलते तरीकों के अनुरूप अपनी सैन्य क्षमताएं विकसित करनी होंगी. उन्होंने कहा कि लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक और जैसलमेर से लेकर अंडमान-निकोबार तक देशभर के सीमावर्ती इलाकों में संचार सुविधाओं में सुधार किया गया है. प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने 2014 में सियाचिन का दौरा किया था. वह तभी से हर साल दीपावली पर किसी सीमावर्ती क्षेत्र में जाकर जवानों से मुलाकात करते हैं.

अभी हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नरेंद्र मोदी को भारत का सफल प्रधानमंत्री बताते हुए कहा था कि उनके नेतृत्व में ना सिर्फ देश के पासपोर्ट का मान बढ़ा है बल्कि सीमाएं भी सुरक्षित हुई हैं और समग्र विकास भी सुनिश्चित हुआ है. उन्होंने कहा था, “समग्र विकास का मतलब क्या है, देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करना… उरी और पुलवामा में जो हुआ…सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से दुनिया भर के अंदर संदेश गया कि अब भारत की सीमाओं के साथ छेड़खानी नहीं हो सकती.’

source news18 express

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